खजुराहो के मशहूर जवारी मंदिर में भगवान विष्णु की टूटी हुई प्रतिमा को लेकर चल रही बहस ने अब नया मोड़ ले लिया है। भारत के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई के एक बयान ने हिंदू संगठनों और भक्तों के बीच गुस्सा भड़का दिया है।
विवादित बयान ने मचाया बवालखजुराहो के जवारी मंदिर में भगवान विष्णु की टूटी प्रतिमा की बहाली के लिए एक याचिका दायर की गई थी। इस मामले की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई ने याचिकाकर्ता को कथित तौर पर फटकार लगाते हुए कहा, “जाओ और अपने भगवान विष्णु से कुछ करने के लिए कहो।” यह टिप्पणी अब तूल पकड़ चुकी है और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। कई लोग इसे धार्मिक भावनाओं का अपमान मान रहे हैं।
हिंदू संगठनों में नाराजगीमुख्य न्यायाधीश के इस बयान के बाद कई हिंदू संगठनों ने कड़ा विरोध जताया है। भक्तों का कहना है कि यह टिप्पणी न केवल उनकी आस्था पर चोट करती है, बल्कि यह धार्मिक संवेदनाओं के साथ खिलवाड़ भी है। सोशल मीडिया पर लोग इस बयान की आलोचना कर रहे हैं और कुछ ने तो माफी की मांग भी की है। ट्विटर और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर #JusticeGavai और #VishnuControversy जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
क्या है जवारी मंदिर का महत्व?खजुराहो का जवारी मंदिर अपनी प्राचीन स्थापत्य कला और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। भगवान विष्णु की यह प्रतिमा मंदिर का एक अहम हिस्सा है, और इसके टूटने से भक्तों में पहले ही रोष था। याचिकाकर्ता ने मांग की थी कि इस प्रतिमा की बहाली के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं, लेकिन मुख्य न्यायाधीश का बयान इस मामले को और गर्म कर गया है।
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