बॉलीवुड अभिनेत्री कम्या पंजाबी ने अपनी आगामी फिल्म ‘मी नो पॉज़ मी प्ले’ के नए पोस्टर के साथ एक ज़बरदस्त संदेश दिया है। यह फिल्म भारत की पहली हिंदी फीचर फिल्म है, जो मेनोपॉज़ जैसे संवेदनशील मुद्दे को बड़े पर्दे पर ला रही है। डिजिफिल्मिंग और मिररो फिल्म्स के बैनर तले बनी इस फिल्म का मूल मंत्र है: “ज़िंदगी रुकती नहीं… मैं भी नहीं!” यह कहानी उन महिलाओं की भावनात्मक और शारीरिक यात्रा को बयां करती है, जो मेनोपॉज़ के दौर से गुज़रती हैं, और इसे सशक्तिकरण की नई मिसाल बनाती है।
पोस्टर में कम्या का दमदार अंदाज़फिल्म का पोस्टर बेहद आकर्षक और प्रेरणादायक है। इसमें कम्या पंजाबी को एक मज़बूत और आगे बढ़ते हुए अंदाज़ में दिखाया गया है, जिसके पीछे एक बड़ा सुनहरा घड़ी का चित्र है। यह घड़ी समय, बदलाव और नई शुरुआत का प्रतीक है। पोस्टर का बोल्ड और विचारशील लुक फिल्म के केंद्रीय विषय को दर्शाता है, जो है आत्म-स्वीकृति और जीवन के बदलावों में ताकत ढूंढना।
मेनोपॉज़ पर खुलकर बात‘मी नो पॉज़ मी प्ले’ का निर्देशन समर के. मुखर्जी ने किया है, जबकि मनोज कुमार शर्मा ने इसे लिखा और प्रोड्यूस किया है। फिल्म में दीपशिखा नागपाल, सुधा चंद्रन, मनोज कुमार शर्मा, एमी मिसोब्बाह, करण छाबड़ा और अमन वर्मा जैसे कलाकार अहम किरदारों में नज़र आएंगे। यह फिल्म मनोज कुमार शर्मा की उसी नाम की चर्चित किताब से प्रेरित है, जो मेनोपॉज़ के दौरान महिलाओं के अनकहे अनुभवों को बयां करती है। भारतीय समाज में इस विषय को अक्सर दबा दिया जाता है, लेकिन यह फिल्म इसे खुलकर सामने ला रही है।
कम्या पंजाबी ने फिल्म के बारे में कहा, “मेनोपॉज़ हर महिला के जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा है, लेकिन इसे छुपाने की बात की जाती है। ‘मी नो पॉज़ मी प्ले’ के ज़रिए हम इस खामोशी को आवाज़ दे रहे हैं। यह साहस, स्वीकृति और इस बात का अहसास है कि यह दौर अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है।”
समाज में बदलाव की उम्मीदयह फिल्म न सिर्फ़ महिलाओं की सेहत और भावनात्मक भलाई पर खुली बातचीत को बढ़ावा देती है, बल्कि उनकी पहचान को भी रेखांकित करती है। मुख्यधारा के सिनेमा में ऐसे विषयों को कम ही जगह मिलती है। शकील कुरैशी और मनोज कुमार शर्मा द्वारा लिखे गए स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स, साथ ही अकरम खान की सिनेमैटोग्राफी, इस फिल्म को सामाजिक संदेश और भावनात्मक कहानी का शानदार मिश्रण बनाती है।
रिलीज़ डेट और उम्मीदें‘मी नो पॉज़ मी प्ले’ 28 नवंबर, 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी। यह फिल्म महिलाओं की सेहत और उम्र बढ़ने से जुड़े मुद्दों को सामान्य बनाने की दिशा में एक साहसिक कदम है। यह एक सिनेमाई संदेश है कि ज़िंदगी कभी नहीं रुकती, और न ही महिलाएं।
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