नई दिल्ली: देश में GST 2.0 लागू होने के बाद फिटनेस और योगा क्लासेज की दुनिया में हलचल मच गई है। नए टैक्स नियमों ने इन सेवाओं की कीमतों और मेंबरशिप पर सीधा असर डाला है। क्या आपकी जिम या योगा क्लास की फीस बढ़ने वाली है? आइए, इस बदलाव को आसान भाषा में समझते हैं।
जीएसटी 2.0 क्या है?जीएसटी 2.0 सरकार का नया टैक्स सिस्टम है, जो पुराने जीएसटी नियमों को और बेहतर करने के लिए लाया गया है। इसमें कई सेक्टर्स में टैक्स स्लैब को बदला गया है, और फिटनेस इंडस्ट्री भी इससे अछूती नहीं रही। पहले फिटनेस और योगा क्लासेज पर 18% जीएसटी लगता था, लेकिन अब कुछ खास सेवाओं पर टैक्स में बदलाव हुआ है। सरकार का कहना है कि ये बदलाव छोटे बिजनेस को सपोर्ट करने और टैक्स सिस्टम को आसान बनाने के लिए किए गए हैं। लेकिन इसका असर आम लोगों की जेब पर भी पड़ रहा है।
फिटनेस और योगा क्लासेज पर असरनए नियमों के तहत, ऑनलाइन फिटनेस और योगा क्लासेज पर टैक्स में थोड़ी राहत दी गई है। पहले जहां ऑनलाइन क्लासेज पर 18% टैक्स था, अब इसे घटाकर 12% कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अगर आप घर बैठे ऑनलाइन योगा या वर्कआउट क्लास ले रहे हैं, तो आपकी फीस में कुछ कमी आ सकती है। लेकिन ऑफलाइन जिम और योगा स्टूडियो के लिए टैक्स वही 18% रहा है। कुछ बड़े जिम चेन, जैसे कि Cult.Fit और Gold’s Gym, ने बताया कि वे इस टैक्स को मेंबरशिप फीस में शामिल कर रहे हैं, जिससे उनकी मासिक फीस में 5-10% की बढ़ोतरी हो सकती है।
आम लोग क्या कह रहे हैं?दिल्ली के रहने वाले रोहन शर्मा, जो पिछले दो साल से नियमित जिम जा रहे हैं, कहते हैं, “पहले ही जिम की फीस इतनी ज्यादा है, अब टैक्स की वजह से और बढ़ोतरी होगी। अगर ऑनलाइन क्लासेज सस्ती हो रही हैं, तो शायद मैं वही जॉइन कर लूं।” वहीं, मुंबई की योगा टीचर प्रिया मेहता का कहना है कि ऑनलाइन क्लासेज पर टैक्स कम होने से उनके स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ सकती है। लेकिन ऑफलाइन क्लासेज की महंगाई से कुछ लोग परेशान भी हैं।
छोटे जिम और स्टूडियो की मुश्किलेंछोटे जिम और योगा स्टूडियो के लिए ये बदलाव थोड़ा मुश्किल साबित हो रहे हैं। दिल्ली के एक लोकल जिम मालिक अमित यादव बताते हैं, “हम पहले ही कम मार्जिन पर काम करते हैं। अब टैक्स का बोझ बढ़ने से हमें या तो फीस बढ़ानी पड़ेगी या अपने खर्चे कम करने पड़ेंगे।” छोटे बिजनेस वाले इस बात से चिंतित हैं कि मेंबरशिप फीस बढ़ने से उनके कस्टमर कम हो सकते हैं।
भविष्य में क्या होगा?एक्सपर्ट्स का मानना है कि जीएसटी 2.0 का असर लंबे समय तक फिटनेस इंडस्ट्री पर दिखेगा। ऑनलाइन क्लासेज को बढ़ावा मिलने से डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की डिमांड बढ़ सकती है। लेकिन ऑफलाइन जिम और योगा स्टूडियो को अपनी कीमतें कम करने या नए ऑफर लाने की जरूरत होगी ताकि कस्टमर्स को लुभाया जा सके। सरकार ने ये भी कहा है कि अगले कुछ महीनों में टैक्स स्लैब पर और रिव्यू किया जाएगा, जिससे फिटनेस इंडस्ट्री को और राहत मिल सकती है।
तो, अगर आप जिम या योगा क्लास जॉइन करने की सोच रहे हैं, तो अपने बजट का ध्यान रखें। ऑनलाइन क्लासेज सस्ती हो सकती हैं, लेकिन ऑफलाइन क्लासेज के लिए आपको थोड़ा ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है।
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