गैरसैंण (भराड़ीसैंण), 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति से इस्तिफा दे दिया है। दोनों नेताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर विधानसभा को अपने ढंग से चलाने और विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक के बिना विधानसभा के मानसून सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और विधायक प्रीतम सिंह ने बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष ऋतू खंडूड़ी भूषण को लिखे पत्र में कहा कि पिछले कई विधानसभा सत्रों में कार्यमंत्रणा समिति में संख्या बल के आधार पर मनमानी का माहौल हो रहा है। वर्तमान मानसून सत्र में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक से पूर्व विधानसभा ने जो सदस्यों को मानसूत्र सत्र का सम्भावित कार्यक्रम भेजा था, उसके अनुसार विधानसभा का सत्र 19 अगस्त से लेकर कम से कम 22 अगस्त तक आहूत होना था। दोनों नेताओं ने कहा कि 18 अगस्त को बुलाई गई कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में केवल 19 अगस्त के उपवेशन का कार्यक्रम तय किया गया और 19 अगस्त के उपवेशन के बाद दोबारा बैठक बुलाने की बात की गई थी, किन्तु 19 अगस्त को कोई बैठक नहीं बुलाई गई। सरकार ने आज 20 अगस्त को पूर्वाह्न में ही सत्र का अनिश्चितकाल के लिये अवसान कर दिया है। सरकार ने इस निर्णय को लेने से पहले कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलाकर कार्यमंत्रणा समिति के सदस्यों को विश्वास में नहीं लिया है।
दोनों नेताओं ने आरोप लगाते हुए आगे पत्र में लिखा कि सरकार सदन चलाने में अपना तानाशाहीपूर्ण रवैया अपना रही है। भराड़ीसैंण में आहूत सदन को दो दिन में स्थगित करना उत्तराखंड राज्य के निवासियों के साथ बहुत बड़ा धोखा है। ऐसी परिस्थितियों में कार्यमंत्रणा समिति में रहना सार्थक नहीं है।
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(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार
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