धमतरी, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . इस वर्ष हुई उम्दा बारिश ने जिले के जलाशयों को पूरी तरह से संजीवनी दे दी है. प्रमुख गंगरेल, मुरूमसिल्ली और दुधावा बांधों में जलस्तर क्षमता के करीब या उससे अधिक पहुंच गया है. यहां तक कि मानसून थमने के बाद भी गंगरेल में 1464 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई है, जबकि 1335 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.
गंगरेल बांध में फिलहाल 32.116 टीएमसी पानी भरा हुआ है, जो इसकी कुल क्षमता का 99.86 प्रतिशत है. इसमें से 27 टीएमसी पानी उपयोगी है. इसी तरह मुरूमसिल्ली बांध में 5.718 टीएमसी (97.85 प्रतिशत) और दुधावा बांध में 10.029 टीएमसी (98 प्रतिशत) जलभराव दर्ज किया गया है. हालांकि, दुधावा में पानी की आवक अब बंद हो चुकी है. वहीं सोंढ़ूर बांध में भी 5.397 टीएमसी पानी संग्रहित है, जो इसकी क्षमता का 74.80 प्रतिशत है. जल संसाधन विभाग का कहना है कि पर्याप्त जलभराव के चलते आगामी गर्मी के मौसम में पेयजल व सिंचाई की कोई चिंता नहीं रहेगी. भरपूर जल से लबालब बांधों की खूबसूरती अब सैलानियों को भी खूब आकर्षित कर रही है. धमतरी के साथ रायपुर, दुर्ग, बालोद, कांकेर और बस्तर से बड़ी संख्या में पर्यटक इन जलाशयों की प्राकृतिक छटा का आनंद लेने पहुंच रहे हैं. खासकर गंगरेल और मुरूमसिल्ली बांध इन दिनों पिकनिक और पर्यटन के प्रमुख केंद्र बन गए हैं.
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
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