जम्मू, 2 जून . सिविल डिफेंस, होम गार्ड्स और एसडीआरएफ निदेशालय, जम्मू-कश्मीर के निर्देशानुसार सोमवार को राजकीय महिला डिग्री कॉलेज, गांधी नगर में पांच दिवसीय सिविल डिफेंस बेसिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उप अधीक्षक जिया-उल-हक, डिप्टी कंट्रोलर सिविल डिफेंस जम्मू की देखरेख में आयोजित किया जा रहा है. इस प्रशिक्षण शिविर में कॉलेज की 250 छात्राएं भाग ले रही हैं. प्रशिक्षण में प्राथमिक उपचार, अग्निशमन, सांप के काटने, गला घुटने की स्थिति में मदद, तथा वायु हमले और प्राकृतिक/मानव निर्मित आपदाओं के दौरान सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जा रही है.
प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर डिप्टी कंट्रोलर सिविल डिफेंस ने सिविल डिफेंस की भूमिका और इस प्रशिक्षण की महत्ता पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन सिर्फ संस्थागत ज़िम्मेदारी नहीं बल्कि सामाजिक कर्तव्य भी है और इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों को आवश्यक जीवन रक्षक तकनीकों से सशक्त बनाते हैं. कार्यक्रम में मुख्य वार्डन सिविल डिफेंस जम्मू परमजीत कुमार ने भी व्याख्यान दिया और संगठन में सिविल डिफेंस वार्डनों की भूमिका को स्पष्ट किया.
कॉलेज की प्राचार्या डॉ. गीतांजलि ने इस प्रशिक्षण की सराहना करते हुए सिविल डिफेंस टीम का धन्यवाद किया. इस अवसर पर उप मुख्य वार्डन आर. विजय मगोतरा, कैप्टन शावनी शर्मा (एनसीसी संयोजक), सुमन बाला (एएनओ) और अन्य कॉलेज स्टाफ सदस्य भी उपस्थित थे. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्राओं को आपदा की स्थिति में तत्पर, जागरूक और सक्षम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
/ राहुल शर्मा
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