संभल, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने आई लव मोहम्मद विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इसे एक सोची-समझी साजिश करार दिया और आरोप लगाया कि यह सब भाजपा द्वारा चुनाव से पहले लोगों को भड़काने की योजना है. सांसद ने जोर देकर कहा कि उनकी आस्था उनके दिल में है और किसी को दिखाने की जरूरत नहीं है.
सपा सांसद ने कहा कि अगर ईमानदारी से जांच की जाए तो इस मामले में मुस्लिम समाज शामिल नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज कभी किसी दूसरे धर्म की आस्था को ठेस नहीं पहुंचाता है . बर्क ने कहा, जहां हम अपने धर्म का सम्मान करते हैं, वहीं हम दूसरे धर्मों का भी सम्मान करते हैं, भले ही हम उन्हें न मानते हों. हर व्यक्ति अपने धर्म को मानता है, इसलिए सभी को एक-दूसरे की भावनाओं का आदर करना चाहिए.
इसके साथ ही सपा सांसद ने दोनों समुदायों से यह भी अपेक्षा कि किसी के नाम पर आपस में मत लड़ें, क्योंकि इससे देश और समाज का नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपने धर्म पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और किसी दूसरे की आस्था को ठेस नहीं पहुँचानी चाहिए. बर्क ने भविष्य में ऐसे फैसले लेने की जरूरत पर भी जोर दिया, जिससे कौम और देश दोनों का भला हो.
सांसद ने मदरसे में दाखिले के लिए बच्ची से एक खास तरह का प्रमाणपत्र मांगे जाने की घटना पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्हाेंने कहा कि उनके समाज के किसी भी मदरसे में इस तरह की चीजें नहीं होतीं और न ही सुनी हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि न तो किसी बच्ची से इस तरह का सर्टिफिकेट मांगा जाता है और न ही इसे दिखाने की कोई आवश्यकता है. बर्क ने कहा कि इस विषय की जांच होनी चाहिए कि इसमें कितनी सच्चाई है. उन्होंने कहा कि हमारे मज़हब में इस तरह का कोई पैगाम नहीं है और न ही तालीम के लिए किसी से ऐसा सर्टिफिकेट मांगा जाना उचित है.
(Udaipur Kiran) / Nitin Sagar





