– प्रदेश में ड्रॉप-आउट की संख्या को कम करने के लिये किये जा रहे हैं प्रयास
भोपाल, 2 मई . मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड इस वर्ष जून माह में प्रथम चरण की परीक्षा आयोजित करने जा रहा है. माध्यमिक शिक्षा मंडल के अनुत्तीर्ण छात्रों के लिये ‘रूक जाना नहीं’ योजना में कक्षा 10वीं और 12वीं के साथ ‘आ लौट चलें’ कक्षा 10वीं, 12वीं, ओपन स्कूल परम्परागत परीक्षा 5वीं, 8वीं, 10वीं एवं 12वीं, आईटीआई समकक्ष कक्षा 12वीं, सीबीएसई ऑन डिमांड कक्षा 12वीं की परीक्षा 2 जून 2025 से 2 पारियों में की जा रही हैं.
जनसम्मपर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम पारी में समस्त 12वीं कक्षा की परीक्षा तथा द्वितीय पारी में समस्त 10वीं, 8वीं और 5वीं की परीक्षा आयोजित की जा रही हैं. परीक्षा की समय-सारणी मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड के पोर्टल पर उपलब्ध है. अधिक जानकारी के लिये ई-मेल mpsos2022@gmail.com या मोबाईल ऐप- mpsoseb और फोन नम्बर- 0755-2552106 से भी प्राप्त की जा सकती है.
‘रूक जाना नहीं’ योजना
उन्होंने बताया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश भोपाल से अनुतीर्ण हुए विद्यार्थियों का महत्वपूर्ण वर्ष खराब नहीं हो, इस उद्देश्य से राज्य शासन की अनुमति से ‘रूक जाना नहीं’ योजना का संचालन मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा किया जा रहा है. इसमें माध्यमिक शिक्षा मंडल में नियमित और स्वाध्यायी (प्रायवेट) रूप से शामिल अनुतीर्ण विद्यार्थियों को उसी वर्ष परीक्षा उत्तीर्ण करने का अवसर प्रदान किया जाता है, जिसमें वे परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद पुन: मुख्य धारा से जुड़ सकें. इस योजना का लाभ लेकर कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी अपनी-अपनी कक्षाओं में उत्तीर्ण करके उच्च अध्ययन के लिये अन्य संस्थाओं में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं.
उन्होंने बताया कि रूक जाना नहीं योजना में ऐसे विद्यार्थी, जो माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश भोपाल अथवा सीबीएसई बोर्ड में वर्तमान सत्र की परीक्षा में अनुतीर्ण हो गये हों अथवा किसी कारणवश आवेदन करने के बाद भी परीक्षा से वंचित रह गये हों, ऐसे विद्यार्थी को अनावश्यक एक वर्ष खराब होने से बचाने के लिये बोर्ड द्वारा माह जून में पुन: उन्हीं के पाठ्यक्रम एवं ब्लू प्रिंट के आधार पर परीक्षा आयोजित की जाती हैं. परीक्षा समाप्ति के अधिकतम एक माह अर्थात जुलाई माह में विद्यार्थी का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया जाता है, जिससे विद्यार्थी अपनी पढ़ाई को निरंतर कर सके. कोई विद्यार्थी यदि इस परीक्षा में सफल नहीं हो पाता है, तो माह दिसंबर में राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा पुन: मौका दिया जाता है. संस्था ने रूक जाना नहीं योजना वर्ष 2016 से प्रारंभ की थी. यह योजना पायलेट प्रोजेक्ट योजना के अंतर्गत माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के अनुतीर्ण छात्रों के लिये थी. सफलता के आधार पर इसे सीबीएसई के लिये ऑन डिमांड के आधार पर लागू किया गया है.
‘आ लौट चलें’ योजना
बताया गया है कि राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा प्रदान किये गये प्रदेश के ड्रॉप आउट विद्यार्थियों को शिक्षा की मूल धारा में वापस जोड़ने के लिये विद्यार्थियों को कक्षा 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा में शामिल करने के लिये ऑनलाइन आवेदन किये जाने की सुविधा प्रदान की गई है. इनका पाठ्यक्रम व ब्लू प्रिंट वही होता है, जो माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश में प्रचलित है, जिससे इन विद्यार्थियों को निरंतर पढ़ाई करने में कोई परेशानी नहीं होती है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति में ड्रॉप आउट विद्यार्थियों की संख्या कम करके सभी स्तरों पर शिक्षा की सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करना एक महत्वपूर्ण बिन्दु है. ड्रॉप आउट विद्यार्थियों की समस्या के समाधान के लिये मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूलशिक्षा बोर्ड द्वारा आ लौट चलें योजना प्रारंभ की गई है. इसमें 14 से 18 वर्ष के ऐसे विद्यार्थी, जो कि स्कूलों से विभिन्न कारणों से ड्रॉप आउट हो गये हैं, उन्हें ओपन स्कूल के माध्यम से परीक्षा में शामिल कराकर मुख्य धारा से जोड़ने का अवसर दिया जा रहा है.
‘ऑन डिमांड परीक्षा’ योजना
मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड में ‘ऑन डिमांड परीक्षा’ योजना भी लागू है. इसके अंतर्गत देश के मान्यता प्राप्त बोर्ड के ऐसे विद्यार्थी एक या एक से अधिक विषयों में शामिल होकर कक्षा 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा में 15 दिवस में उत्तीर्ण करना चाहते हैं. ऐसे विद्यार्थी इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं. इस योजना में परीक्षा में विद्यार्थियों को केवल मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड, माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश एवं सीबीएसई के पाठ्यक्रम से ही परीक्षा में शामिल होने का प्रावधान रखा गया है.
तोमर
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