नई दिल्ली। राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों में 12 बच्चों की अचानक हुई मौत की घटनाओं को लेकर कफ सिरप पर उठ रहे सवालों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें बताया गया है कि कप सिरप के किसी भी सैंपल की जांच में डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) या एथिलीन ग्लाइकॉल (EG) जैसे खतरनाक केमिकल नहीं मिले हैं जिनको बच्चों की किडनी फेल्यर होने का कारण माना जा रहा है। हालांकि अभी जांच जारी है।इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) ने कहा है कि 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को खांसी और जुकाम की दवाएं न दी जाएं। 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए इनकी अनुशंसा नहीं की जाती है।
DGHS (Directorate General of Health Services) issues advisory on rational use of cough syrups in paediatric population
— ANI (@ANI) October 3, 2025
"Cough and cold medications should not be prescribed or dispensed to children under 2 years. These are generally not recommended for ages below 5 years and… pic.twitter.com/gqQ94VJIqx
साथ ही यह भी कहा गया है कि 5 साल से छोटे बच्चों को कफ सिरप देने से पहले डॉक्टर को दिखाना जरूरी है और चिकित्सक की निगरानी में ही उचित खुराक देना चाहिए। जनता से इस विषय में जागरूक होने का भी आह्वान किया गया है। NCDC, NIV, ICMR, AIIMS नागपुर और स्वास्थ्य अधिकारियों के विशेषज्ञों की टीम बच्चों की मौत के सभी संभावित कारणों की जांच कर रही है।
इससे पहले इस मामले में मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बताया था कि लगभग 12 प्रकार की दवाओं के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। अभी तीन नमूनों के परिणाम प्राप्त हुए हैं। रिपोर्ट में ऐसा कोई पदार्थ नहीं मिला है जिससे यह पता चले कि इन दवाओं के कारण मौतें हुई हैं। वहीं छिंदवाड़ा में कफ सिरप पीने से हुई नौ बच्चों की मौत पर औषधि नियंत्रक, संयुक्त निदेशक, टीना यादव का कहना है, यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। नमूने एकत्र कर लिए गए हैं और जांच जारी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि क्या यही दवाई मौत का कारण थी।
The post Advisory Regarding Cough Syrup : कफ सिरप को लेकर केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी, लोगों से की खास अपील appeared first on News Room Post.