हम पूजा-पाठ में प्रायः तांबे के बर्तनों का प्रयोग करते हैं। खासकर जो लोग प्रतिदिन पूजा-पाठ करते हैं, वे मंदिर में भगवान की पूजा करने के लिए तांबे के बर्तन में जल लेकर जाते हैं। मंदिर में भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग पर तांबे के बर्तन में जल और तिल सहित विभिन्न सामग्रियों से जलाभिषेक किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि तांबे के बर्तन में पानी पीने से शरीर को ऊर्जा मिलती है। यानी तांबे के बर्तन में पानी पीने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। तांबे के बर्तन में रखे पानी के साथ-साथ उसमें रखा भोजन भी हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
तांबे के बर्तनों के विभिन्न उपयोग
प्राचीन काल में तांबे के बर्तनों का प्रयोग विभिन्न तरीकों से किया जाता था। आजकल तो हमारे बड़े-बुजुर्ग भी नॉन-स्टिक बर्तनों के बजाय तांबे के बर्तनों में खाना रखने की सलाह देते हैं, जिसे ज्यादातर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन अब विशेषज्ञ भी कहते हैं कि तांबे के बर्तन में रखा पानी फायदेमंद होता है। तांबे का पानी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है और पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है। तांबे के बर्तन में रखा पानी हृदय, गुर्दे और आंखों के लिए अच्छा होता है। इसमें एंटी-एजिंग प्रभाव भी होते हैं जो आपको जवान बनाए रखते हैं। तांबे के बर्तन में पानी पीने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
तांबे के बर्तन में पानी पीने के फायदे:
तांबे के बर्तन में भरा पानी पीने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और पेट संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है। वास्तव में, तांबा पाचन एंजाइमों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने में मदद करता है और सूजन और गैस जैसी समस्याओं को रोकता है।
तांबा एक खनिज है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करता है। तांबे के सूजनरोधी, जीवाणुरोधी और एंटीवायरल गुण प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकते हैं।
तांबे के बर्तन में पानी पीने से त्वचा की रंगत निखरती है और झुर्रियां कम होती हैं। यह मुक्त कणों से होने वाली क्षति को रोकने और स्वस्थ त्वचा को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
तांबे में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं। इसके अलावा तांबे के बर्तन में पानी पीने से जोड़ों के दर्द से भी राहत मिलती है।
तांबे के बर्तन का पानी कब पीना चाहिए?
तांबे की बोतल में रखा पानी पीना फायदेमंद है, लेकिन हमेशा नहीं। क्योंकि इससे शरीर में तांबे की अधिकता हो सकती है, जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। इतना ही नहीं, इस बोतल में हर दिन पानी भरने से जंग भी लग सकती है, जिससे समस्या और बढ़ सकती है।
पानी पीने का सही तरीका:
तांबे के बर्तनों को साफ रखना बहुत जरूरी है। तांबे के बर्तन में पानी को अधिक समय तक नहीं रखना चाहिए। सुबह खाली पेट तांबे के बर्तन में पानी पीना चाहिए। 15-20 दिन तक लगातार तांबे के बर्तन में पानी पीने के बाद दो-तीन दिन का ब्रेक लें।
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