नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में बढ़ते प्रदूषण के साथ सर्दी ने भी दबे पांव दस्तक दे दी है। पश्चिमी विक्षोभसक्रिय होने के कारण तापमान गिरने से सुबह-शाम अधिक ठंड का अहसास हो रहा है। दूसरी ओर, प्रदूषण से निपटने के लिए शुक्रवार को ग्रेनो में दो-दो मंत्रियों की मौजूदगी में हुई 4 जिलों की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद भी स्थिति सुधरने के बजाय और बिगड़ गई। आज एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 306 से बढ़कर सात सौ के करीब (692) पहुंच गया। इससे सांस लेने में काफी परेशानी होगी।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते शनिवार को नोएडा का AQI 348 और ग्रेनो का 336 दर्ज किया गया। नोएडा में 4 जगह प्रदूषण मापने वाली मशीनें लगी है। सेक्टर-125 में एक्यूआई 347, सेक्टर-62 में 345, सेक्टर-1 में 341 और सेक्टर-116 में 357 रहा। प्रदूषण का यह स्तर गंभीर श्रेणी में आता है। वहीं, मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को अधिकतम तापमान 27 और न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस रहा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 26, न्यूनतम 13, गुरुवार को अधिकतम 28, न्यूनतम 14 डिग्री था।
आंखों में जलन और गले में खराश
सुबह से ही स्मॉग छाने से विजिबिलिटी कम रही। लोगों ने बताया कि सुबह टहलने के दौरान आंखों में जलन और गले में खराश महसूस हो रही है। कई लोगों को दिनभर सांस लेने में दिक्कत और सिरदर्द जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग के अनुसार, नमी का स्तर 80 से 60 प्रतिशत के बीच रहा, जिससे हवा और भारी महसूस हुई। प्रदूषण नीचे जमीन के करीब जना हो गया। शहर की सड़कों पर धूल उड़ाने वाले ट्रक, निर्माण स्थलों से उठता मलबा और बिना फिटनेस वाले वाहन प्रदूषण के मुख्य कारण बने हुए है। प्रशासन प्रदूषण नियंत्रण के लिए कदम उठा रहा है, जो फिलहाल नाकाफी साबित हो रहे है।
आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है दिक्कत
डॉक्टरों का कहना है कि स्थिति आगे और बिगड़ सकती है। ठंड बढ़ने के साथ हवा धीमी हो जाती है और प्रदूषण कण ऊपर नहीं जा पाते। मौसम विभाग का अनुमान है कि 14 नवंबर तक तापमान में और गिरावट होगी। इससे ठंड के साथ प्रदूषण बढ़ेगा। विशेषज्ञों ने की सलाह है कि सुबह बाहर टहलने से बचे। गारक लगाएं, बच्चो व बुजुर्गों को खुले में अधिक देर तक न रहने दें।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते शनिवार को नोएडा का AQI 348 और ग्रेनो का 336 दर्ज किया गया। नोएडा में 4 जगह प्रदूषण मापने वाली मशीनें लगी है। सेक्टर-125 में एक्यूआई 347, सेक्टर-62 में 345, सेक्टर-1 में 341 और सेक्टर-116 में 357 रहा। प्रदूषण का यह स्तर गंभीर श्रेणी में आता है। वहीं, मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को अधिकतम तापमान 27 और न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस रहा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 26, न्यूनतम 13, गुरुवार को अधिकतम 28, न्यूनतम 14 डिग्री था।
आंखों में जलन और गले में खराश
सुबह से ही स्मॉग छाने से विजिबिलिटी कम रही। लोगों ने बताया कि सुबह टहलने के दौरान आंखों में जलन और गले में खराश महसूस हो रही है। कई लोगों को दिनभर सांस लेने में दिक्कत और सिरदर्द जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग के अनुसार, नमी का स्तर 80 से 60 प्रतिशत के बीच रहा, जिससे हवा और भारी महसूस हुई। प्रदूषण नीचे जमीन के करीब जना हो गया। शहर की सड़कों पर धूल उड़ाने वाले ट्रक, निर्माण स्थलों से उठता मलबा और बिना फिटनेस वाले वाहन प्रदूषण के मुख्य कारण बने हुए है। प्रशासन प्रदूषण नियंत्रण के लिए कदम उठा रहा है, जो फिलहाल नाकाफी साबित हो रहे है।
आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है दिक्कत
डॉक्टरों का कहना है कि स्थिति आगे और बिगड़ सकती है। ठंड बढ़ने के साथ हवा धीमी हो जाती है और प्रदूषण कण ऊपर नहीं जा पाते। मौसम विभाग का अनुमान है कि 14 नवंबर तक तापमान में और गिरावट होगी। इससे ठंड के साथ प्रदूषण बढ़ेगा। विशेषज्ञों ने की सलाह है कि सुबह बाहर टहलने से बचे। गारक लगाएं, बच्चो व बुजुर्गों को खुले में अधिक देर तक न रहने दें।
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