पटना: दुलारचंद यादव हत्याकांड में मोकामा के जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह को जेल भेजकर बिहार डीजीपी विनय कुमार चैन की सांस ले सकते हैं। मगर, अनंत सिंह ऐसा कभी नहीं चाहते होंगे कि बीच चुनाव में उन्हें जेल की हवा खानी पड़े। खासकर, वैसा चुनाव जो नाक का सवाल बन गया हो। लेकिन, होनी को कौन टाल सकता है। अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने घटना को लेकर मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि अब तक जो वीडियो फुटेज उससे लग रहा है कि वहां सड़क बहुत पतली थी। एक ही गाड़ी पार हो सकती थी। दूसरी गाड़ी को साइड होना पड़ता। जहां सड़क पतली थी, दोनों पक्षों का काफिला उसी पॉइंट पर मिला। इस दौरान काफी सारे समर्थक गाड़ियों से उतर गए।
साइड लेने के दौरान गाली ने बिगाड़ी बात?दुलारचंद हत्याकांड विवाद के शुरुआत कहां से हुई, इसे लेकर 57 सेकेंड का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी और जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह का काफिला एक-दूसरे को क्रॉस कर रहा है। रोड पतला होने की वजह से सावधानी की जरूरत थी। अनंत सिंह की गाड़ियों के साथ पुलिसवाले हैं तो वो हालात को भांप जाते हैं और मुस्तैदी से गाड़ी ड्राइवरों को धीरे-धीरे आगे बढ़ाने की निर्देश देते हैं। तभी हल्की दाढ़ी रखे एक शख्स पैदल आता है और जन सुराज पार्टी की गाड़ी पर हाथ मारता है। फिर गालियां देने लगता है। उसके बाद दोनों तरफ से तनातनी बढ़ जाती है। पु्लिसवाले आते हैं और डांट-डपटकर किसी तरह गाड़ियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं। धीरे-धीरे गाड़ियां आगे बढ़ भी रही थी, मगर गाली से शुरू हुई तनातनी पत्थरबाजी तक पहुंच गई। बाद में फायरिंग और हत्या तक मामला पहुंचा। इसका नतीजा ये रहा कि बीच चुनाव में विधायक बनने का सपना संजोए अनंत सिंह जेल चले गए। जिस टिकट के लिए न जाने किसके-किसके दरवाजे पर माथा टेका था, उसे मुकाम तक पहुंचाने से पहले ही हवालात जानी पड़ गई।
हिंसक झड़प से राजनीतिक हलचलदरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच मोकामा विधानसभा क्षेत्र में 30 अक्टूबर को हुई हिंसक झड़प ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के समर्थक 75 वर्षीय दुलारचंद यादव की मौत के मामले में जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह सहित तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस का दावा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली न लगने की पुष्टि हुई है, बल्कि वाहन से कुचलने से मौत हुई। घटना दोपहर करीब 3:30 बजे घोसवरी और भदौर थाना क्षेत्र की सीमा पर घटी। अनंत सिंह और पीयूष प्रियदर्शी के काफिले संकरे रास्ते से गुजर रहे थे। रास्ता देने को लेकर बहस हुई, जो पथराव में बदल गई। अनंत सिंह के 10-12 वाहन क्षतिग्रस्त हुए, जबकि प्रियदर्शी के तीन वाहनों को नुकसान पहुंचा। झड़प में दर्जनों लोग घायल हुए, जिनमें स्थानीय निवासी भी शामिल थे। तारतर जागीर टोला के निवासी दुलारचंद यादव के पैर में चोट लगने के बाद गाड़ी के नीचे आ गए, जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई।
बीच चुनाव में अनंत सिंह भेजे गए जेल1 नवंबर को देर रात पटना पुलिस ने अनंत सिंह को उनके बाढ़ स्थित निवास से गिरफ्तार किया। उनके साथ मणिकांत ठाकुर (नदवा) और रंजीत राम उर्फ दिमागी (बाढ़) भी हिरासत में लिए गए। तीनों को न्यायिक हिरासत भेज दिया गया। रोड़ेबाजी के आरोप में भदौर थाने के चार आरोपी गिरफ्तार हुए। शव यात्रा के दौरान तोड़फोड़ में 25 लोगों को बाढ़ अनुमंडल के थानों ने पकड़ा। कुल 80 संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। जब्त वाहनों का सत्यापन जारी है। पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि सीएपीएफ की 13 कंपनियां, एसटीएफ की दो यूनिट और क्यूआरटी की चार टीमें तैनात हैं। एसपी ग्रामीण के नेतृत्व में छापेमारी और गश्त बढ़ाई गई है। भदौर और घोसवरी थानाध्यक्ष निलंबित कर दिए गए। अनंत सिंह, पीयूष प्रियदर्शी और वीणा देवी (राजद प्रत्याशी) को अतिरिक्त सुरक्षा दी गई। वीडियो फुटेज से सभी उपद्रवियों की पहचान हो रही है, गिरफ्तारियां जारी रहेंगी। अनंत सिंह ने गिरफ्तारी के बाद फेसबुक पर पोस्ट किया: 'सत्यमेव जयते... अब चुनाव मोकामा की जनता लड़ेगी।'
इनपुट- आईएएनएस
साइड लेने के दौरान गाली ने बिगाड़ी बात?दुलारचंद हत्याकांड विवाद के शुरुआत कहां से हुई, इसे लेकर 57 सेकेंड का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी और जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह का काफिला एक-दूसरे को क्रॉस कर रहा है। रोड पतला होने की वजह से सावधानी की जरूरत थी। अनंत सिंह की गाड़ियों के साथ पुलिसवाले हैं तो वो हालात को भांप जाते हैं और मुस्तैदी से गाड़ी ड्राइवरों को धीरे-धीरे आगे बढ़ाने की निर्देश देते हैं। तभी हल्की दाढ़ी रखे एक शख्स पैदल आता है और जन सुराज पार्टी की गाड़ी पर हाथ मारता है। फिर गालियां देने लगता है। उसके बाद दोनों तरफ से तनातनी बढ़ जाती है। पु्लिसवाले आते हैं और डांट-डपटकर किसी तरह गाड़ियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं। धीरे-धीरे गाड़ियां आगे बढ़ भी रही थी, मगर गाली से शुरू हुई तनातनी पत्थरबाजी तक पहुंच गई। बाद में फायरिंग और हत्या तक मामला पहुंचा। इसका नतीजा ये रहा कि बीच चुनाव में विधायक बनने का सपना संजोए अनंत सिंह जेल चले गए। जिस टिकट के लिए न जाने किसके-किसके दरवाजे पर माथा टेका था, उसे मुकाम तक पहुंचाने से पहले ही हवालात जानी पड़ गई।
हिंसक झड़प से राजनीतिक हलचलदरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच मोकामा विधानसभा क्षेत्र में 30 अक्टूबर को हुई हिंसक झड़प ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के समर्थक 75 वर्षीय दुलारचंद यादव की मौत के मामले में जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह सहित तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस का दावा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली न लगने की पुष्टि हुई है, बल्कि वाहन से कुचलने से मौत हुई। घटना दोपहर करीब 3:30 बजे घोसवरी और भदौर थाना क्षेत्र की सीमा पर घटी। अनंत सिंह और पीयूष प्रियदर्शी के काफिले संकरे रास्ते से गुजर रहे थे। रास्ता देने को लेकर बहस हुई, जो पथराव में बदल गई। अनंत सिंह के 10-12 वाहन क्षतिग्रस्त हुए, जबकि प्रियदर्शी के तीन वाहनों को नुकसान पहुंचा। झड़प में दर्जनों लोग घायल हुए, जिनमें स्थानीय निवासी भी शामिल थे। तारतर जागीर टोला के निवासी दुलारचंद यादव के पैर में चोट लगने के बाद गाड़ी के नीचे आ गए, जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई।
बीच चुनाव में अनंत सिंह भेजे गए जेल1 नवंबर को देर रात पटना पुलिस ने अनंत सिंह को उनके बाढ़ स्थित निवास से गिरफ्तार किया। उनके साथ मणिकांत ठाकुर (नदवा) और रंजीत राम उर्फ दिमागी (बाढ़) भी हिरासत में लिए गए। तीनों को न्यायिक हिरासत भेज दिया गया। रोड़ेबाजी के आरोप में भदौर थाने के चार आरोपी गिरफ्तार हुए। शव यात्रा के दौरान तोड़फोड़ में 25 लोगों को बाढ़ अनुमंडल के थानों ने पकड़ा। कुल 80 संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। जब्त वाहनों का सत्यापन जारी है। पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि सीएपीएफ की 13 कंपनियां, एसटीएफ की दो यूनिट और क्यूआरटी की चार टीमें तैनात हैं। एसपी ग्रामीण के नेतृत्व में छापेमारी और गश्त बढ़ाई गई है। भदौर और घोसवरी थानाध्यक्ष निलंबित कर दिए गए। अनंत सिंह, पीयूष प्रियदर्शी और वीणा देवी (राजद प्रत्याशी) को अतिरिक्त सुरक्षा दी गई। वीडियो फुटेज से सभी उपद्रवियों की पहचान हो रही है, गिरफ्तारियां जारी रहेंगी। अनंत सिंह ने गिरफ्तारी के बाद फेसबुक पर पोस्ट किया: 'सत्यमेव जयते... अब चुनाव मोकामा की जनता लड़ेगी।'
इनपुट- आईएएनएस
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