पूर्णिया: बिहार के चंपानगर में महिला पुलिसकर्मी पर अभद्र टिप्पणी के आरोप में एक युवक मंटू कुमार को हिरासत में लिया गया। इससे आक्रोशित स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद मंटू कुमार को थाने से छोड़ दिया गया। इस मामले में चंपानगर की थानाध्यक्ष प्रियंका कुमार ने चंपानगर नगर पंचायत अध्यक्ष मधु देवी के पति निर्भय सिंह समेत 17 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी अपने ही थाने में दर्ज की थीं। दर्ज प्राथमिकी में महिला थानाध्यक्ष ने आरोपियों पर उन्हें जातिसूचक गाली देने का भी आरोप लगाया है। इसी मामले को लेकर शनिवार को चंपानगर नगर पंचायत अध्यक्ष मधु देवी के नेतृत्व में दो दर्जन लोगों ने पूर्णिया रेंज के डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल से मुलाकात की और उन्हें आवेदन दिया। 'थाने में सामान नहीं पहुंचाया तो केस में फंसाया'डीआईजी से मिलने के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष ने मधु देवी ने बताया कि महिला थानाध्यक्ष का अभद्र टिपण्णी करने का आरोप झूठा है। आरोपी युवक पेशे से टोटो (ई-रिक्शा) चलाता है। वो अपनी पत्नी, भाभो और बच्चों के साथ टोटो से जा रहा था। इस दौरान वो किसी वर्दीधारी महिला थानाध्यक्ष पर अभद्र टिप्पणी कैसे करेगा? टोटो चालक ने किसी प्रकार का कोई कमेंट नहीं किया है। वहीं, आरोपी टोटो चालक ने बताया कि घटना से तीन दिन पहले वो टोटो पर यात्री बैठाकर जा रहा था। इसी दौरान चंपानगर थानाध्यक्ष प्रियंका कुमारी ने उसे कुछ सामान थाना पहुंचाने के लिए कहा। टोटो पर यात्री सवार थे, इस वजह से उन्होंने सामान थाने पहुंचाने में असमर्थता जताई थी। ये बात थानाध्यक्ष प्रियंका कुमारी को नागवार गुजरी। उन्होंने तीन दिन बाद मौका पाकर उन्हें हिरासत में ले लिया। चंपानगर थानाध्यक्ष ने लगाया जाति सूचक गाली का आरोपदूसरी ओर महिला थानाध्यक्ष प्रियंका कुमारी का कहना है कि आरोपी टोटो चालक ने उन पर और एक महिला पुलिसकर्मी पर अभद्र टिप्पणी की थी। इतना ही नहीं सड़क जाम और धरना प्रदर्शन के दौरान उन्हें जाति सूचक गाली देते हुए उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया था। इसके बाद ये कार्रवाई की गई। चंपानगर थाना प्रभारी के खिलाफ चंपानगर के ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से पूर्णिया डीआईजी को लिखित शिकायत दी है। थाना प्रभारी पर एससी/एसटी एक्ट का दुरुपयोग कर आम लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया है। पूर्णिया रेंज के डीआईजी से मिला जांच का आश्वासनशिकायतकर्ताओं ने कहा कि महिला थाना प्रभारी ने 17 लोगों पर SC/ST एक्ट लगाकर प्राथमिकी दर्ज की हैं। आरोप लगा दिया की ई-रिक्शा चालक ने महिला पुलिसकर्मी के साथ अश्लील इशारा किया था। जबकि, ई-रिक्शा चालक के साथ में उस वक्त उसकी पत्नी और उसके छोटे भाई की पत्नी भी बैठी थी। ऐसे में कोई भी किसी महिला को या पुलिसकर्मी को गलत इशारा कैसे कर सकता है। कई जनप्रतिनिधियों ने भी चंपानगर थाना प्रभारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि ये थाना प्रभारी हमेशा लोगों को डरा कर रखना चाहती हैं, जिसके कारण कोई जनप्रतिनिधि थाना भी जाना नहीं चाहता है। पूर्व मुखिया ने कहा कि थाना अध्यक्ष ने इस तरह की हरकत और भी कई लोगों के साथ की हैं। इस बाबत, पूर्णिया रेंज के डीआईजी ने कहा कि उन्हें इस मामले का आवेदन मिला है। अभी उन्होंने एक ही पक्ष की बातें सुनी है। दूसरे पक्ष की बातें सुनने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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