मुंबई: मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई जिलों में मूसलाधार बारिश से जीवन अस्त व्यस्त हो गया। लोगों के सामने गंभीर स्थिति पैदा हो गई। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का काम जारी है। छत्रपति संभाजीनगर विभाग में बीड, लातूर और नांदेड़ में स्थिति गंभीर है और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टुकड़ियां तैनात की गई हैं। नांदेड़ में बादल फटने जैसी स्थित बन गई। पांच लोगों के लापता होने की खबर है। पानी के बहाव के कारण बड़ी संख्या में जानवर बह गए हैं। किसानों के फसलों को भारी नुकसान हुआ है जिसका पंचनामा करने का आदेश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दे दिया है। कोंकण की नदियां उफान पर है।
फडणवीस ने क्या कहा?
सोमवार को मुख्यमंत्री फडणवीस ने तेज बारिश होने की समीक्षा की। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि राज्य में कई इलाकों में बहुत ज्यादा बारिश हुई है। बाढ़ की मार झेल रहे लोगों की मदद की जा रही है। पुलिस और डिजास्टर विभाग पूरी स्थित पर नजर रखे हुए हैं। मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि नांदेड़ जिले के मुखेड तालुका में भारी बारिश के कारण पांच लोग लापता हैं और कई अन्य व्यक्ति फंसे हुए हैं।
लेंडी बांध का जलस्तर बढ़ा
मुंबई से 600 किलोमीटर से अधिक दूर तालुका में स्थित लेंडी बांध के जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जबकि लातूर, उदगीर और पड़ोसी कर्नाटक से बड़ी मात्रा में इस क्षेत्र में पानी छोड़ा जा रहा है। नांदेड़, लातूर और बीदर (कर्नाटक) के जिलाधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं और सभी अधिकारी राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एक-दूसरे के साथ समन्वय कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने पड़ोसी राज्य तेलंगाना के सिंचाई विभाग के सचिव से फोन पर बात की है और उनसे अनुरोध किया कि वे जरूरत पड़ने पर अपने अधिकार क्षेत्र में पोचम्पाद बांध से पानी छोड़ने का प्रबंध करें।
हसनाल में 8 लोगों को बचाया
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने रविवार को भारी बारिश के बीच मुखेड तालुका के रावणगांव और हसनाल गांवों में फंसे 21 लोगों को बचाया। मुख्यमंत्री ने बताया कि हसनाल में आठ नागरिकों को बचा लिया गया है, जबकि भसवाडी में 20 लोग फंसे हुए हैं, हालांकि वे सुरक्षित हैं। वहीं, भिंगेली में 40 व्यक्ति फंसे हुए हैं और वे भी सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि पांच लोग लापता हैं और उनकी तलाश की जा रही है।
नांदेड़ में करीब 206 मिमी बारिश
इससे पहले फडणवीस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि कल नांदेड़ में करीब 206 मिमी बारिश हुई। परिणामस्वरूप, रावणगांव, भसवाडी, भिंगेली और हसनाल में दैनिक जीवन प्रभावित हुआ है। मुखेड तालुका के रावणगांव में बाढ़ के पानी में 225 लोग फंसे हुए है। वहीं, फंसे हुए कुछ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। शेष नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास जारी हैं।
4 लाख हेक्टेयर में फसलें प्रभावित
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य भर में लगभग 4 लाख हेक्टेयर में फसलें प्रभावित हुई हैं और जिलाधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों से संबंधित निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है।
अहम फैक्ट
- नांदेड़ के मुखेड़ क्षेत्र के मुखमाबाद में 206 मिमी बारिश दर्ज की गई।
- रावणगांव से 226 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। तीन गांवों से लोगों को निकालने का काम अभी भी जारी है।
- तेलंगाना सरकार से चर्चा के बाद श्रीरामसागर बांध से पानी कम करने का अनुरोध किया गया है।
- जिला कलेक्टरों को पंचनामा करने और लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए धनराशि और अधिकार दिए गए हैं। प्रभावित परिवारों को अस्थायी आश्रयों में भोजन और पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
- कोंकण में जगबुड़ी, अंबा और कुंडलिका नदियां अलर्ट स्तर। चिपलून में वशिष्ठी नदी की स्थिति पर प्रशासन नजर रख रहा है।
- अलमट्टी बांध से कोल्हापुर को होने वाले खतरे को रोकने के लिए कर्नाटक सरकार के साथ लगातार बातचीत जारी। अलमट्टी और हिप्पार्गी बांधों से पानी छोड़ने की मात्रा बढ़ाने का अनुरोध किया गया है।
फडणवीस ने क्या कहा?
सोमवार को मुख्यमंत्री फडणवीस ने तेज बारिश होने की समीक्षा की। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि राज्य में कई इलाकों में बहुत ज्यादा बारिश हुई है। बाढ़ की मार झेल रहे लोगों की मदद की जा रही है। पुलिस और डिजास्टर विभाग पूरी स्थित पर नजर रखे हुए हैं। मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि नांदेड़ जिले के मुखेड तालुका में भारी बारिश के कारण पांच लोग लापता हैं और कई अन्य व्यक्ति फंसे हुए हैं।
लेंडी बांध का जलस्तर बढ़ा
मुंबई से 600 किलोमीटर से अधिक दूर तालुका में स्थित लेंडी बांध के जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जबकि लातूर, उदगीर और पड़ोसी कर्नाटक से बड़ी मात्रा में इस क्षेत्र में पानी छोड़ा जा रहा है। नांदेड़, लातूर और बीदर (कर्नाटक) के जिलाधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं और सभी अधिकारी राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एक-दूसरे के साथ समन्वय कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने पड़ोसी राज्य तेलंगाना के सिंचाई विभाग के सचिव से फोन पर बात की है और उनसे अनुरोध किया कि वे जरूरत पड़ने पर अपने अधिकार क्षेत्र में पोचम्पाद बांध से पानी छोड़ने का प्रबंध करें।
हसनाल में 8 लोगों को बचाया
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने रविवार को भारी बारिश के बीच मुखेड तालुका के रावणगांव और हसनाल गांवों में फंसे 21 लोगों को बचाया। मुख्यमंत्री ने बताया कि हसनाल में आठ नागरिकों को बचा लिया गया है, जबकि भसवाडी में 20 लोग फंसे हुए हैं, हालांकि वे सुरक्षित हैं। वहीं, भिंगेली में 40 व्यक्ति फंसे हुए हैं और वे भी सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि पांच लोग लापता हैं और उनकी तलाश की जा रही है।
नांदेड़ में करीब 206 मिमी बारिश
इससे पहले फडणवीस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि कल नांदेड़ में करीब 206 मिमी बारिश हुई। परिणामस्वरूप, रावणगांव, भसवाडी, भिंगेली और हसनाल में दैनिक जीवन प्रभावित हुआ है। मुखेड तालुका के रावणगांव में बाढ़ के पानी में 225 लोग फंसे हुए है। वहीं, फंसे हुए कुछ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। शेष नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास जारी हैं।
4 लाख हेक्टेयर में फसलें प्रभावित
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य भर में लगभग 4 लाख हेक्टेयर में फसलें प्रभावित हुई हैं और जिलाधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों से संबंधित निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है।
अहम फैक्ट
- नांदेड़ के मुखेड़ क्षेत्र के मुखमाबाद में 206 मिमी बारिश दर्ज की गई।
- रावणगांव से 226 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। तीन गांवों से लोगों को निकालने का काम अभी भी जारी है।
- तेलंगाना सरकार से चर्चा के बाद श्रीरामसागर बांध से पानी कम करने का अनुरोध किया गया है।
- जिला कलेक्टरों को पंचनामा करने और लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए धनराशि और अधिकार दिए गए हैं। प्रभावित परिवारों को अस्थायी आश्रयों में भोजन और पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
- कोंकण में जगबुड़ी, अंबा और कुंडलिका नदियां अलर्ट स्तर। चिपलून में वशिष्ठी नदी की स्थिति पर प्रशासन नजर रख रहा है।
- अलमट्टी बांध से कोल्हापुर को होने वाले खतरे को रोकने के लिए कर्नाटक सरकार के साथ लगातार बातचीत जारी। अलमट्टी और हिप्पार्गी बांधों से पानी छोड़ने की मात्रा बढ़ाने का अनुरोध किया गया है।
You may also like
दीमक से परेशान हैं? मात्र 10 रुपये में बनाएं यहˈ शक्तिशाली इंजेक्शन… बस लगाते ही जमीन पर बेहोश होकर गिर पड़ेंगी
अपनी जन्म तारीख से जानें आपके इष्ट देवता कौन हैंˈ जिनकी पूजा से दूर होंगे सभी दुख
डायबिटीज नियंत्रण के लिए एक्यूप्रेशर के प्रभावी तरीके
सड़क पर तड़प रही थी लड़की ड्राइवर ने टैक्सी बेचकरˈ कराया इलाज बदले में लड़की ने उसके साथ जो किया वो आपको भी कर देगा हैरान
ये इश्क है या धोखा? चार बच्चों की मां काˈ युवक पर आया दिल पति को धोखा देकर प्रेमी के साथ हुई फरार