राजस्थान के भीलवाड़ा ज़िले के करेड़ा थाना क्षेत्र में मंगलवार की रात सनसनीखेज़ घटना सामने आई। यहां लंबे समय से बंद पड़ी एक खदान में भरे पानी से महिला का शव बरामद हुआ। लाश दिखाई देने पर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। क़रीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शव को खदान से बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्च्यूरी भिजवाया गया।
खदान में तैरता दिखा शव
घटना केसरपुरा गांव की है। यहां बारिश के चलते पानी से भरी एक खदान वर्षों से वीरान पड़ी थी। मंगलवार देर शाम ग्रामीणों की नज़र पानी में तैरते एक शव पर पड़ी। शव महिला का था और वह औंधे मुंह पानी में पड़ा था। यह देख लोग घबरा गए और तुरंत सरपंच प्रभुलाल गुर्जर को सूचना दी। सरपंच ने फौरन करेड़ा थाना पुलिस से संपर्क किया।
पुलिस-ग्रामीणों ने मिलकर निकाला शव
जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी पूरणमल पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। खदान करीब 100 फीट गहरी थी और शव को बाहर निकालना आसान नहीं था। स्थानीय ग्रामीणों की मदद से क़रीब दो घंटे तक चले प्रयासों के बाद महिला की लाश बाहर लाई गई। इसके बाद उसे एंबुलेंस से करेड़ा के अस्पताल की मोर्च्यूरी में सुरक्षित रखवाया गया।
पहचान से खुला रहस्य
शव की पहचान नेनूड़ी पत्नी छीतर भील (उम्र लगभग 60 वर्ष) के रूप में की गई। परिजनों ने बताया कि वह बीते चार से पांच दिनों से घर से लापता थी। पुलिस ने शव की पुष्टि उसके हाथ की विशेषता से की, क्योंकि मृतका के दाहिने हाथ की तीन उंगलियां पहले से ही कटी हुई थीं। इसी वजह से पहचान करना आसान हो गया।
जांच में जुटी पुलिस
फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह साफ नहीं हो पाया है कि महिला की मौत डूबने से हुई या इसके पीछे कोई साज़िश है। एफएसएल और मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही असली वजह सामने आ पाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि महिला अचानक कैसे खदान तक पहुंची और उसकी लाश पानी में कैसे मिली, यह अपने आप में बड़ा सवाल है।
You may also like
'मुझे इजरायल से आइटम डांस के लिए फोन आया था', 'पवित्र रिश्ता' में सुशांत की मां बन चुकीं ऊषा ने सुनाया किस्सा
फिल्म 'Our Fault' की रिलीज़ डेट का हुआ ऐलान, जानें कहानी का अंत
मेष राशिफल: आज प्यार और करियर में मिलेगी बड़ी कामयाबी!
Google Pixel 10 Series Launched: गूगल पिक्सल 10 सीरीज लॉन्च, Pro से लेकर Fold तक की कीमत और खासियत
पूर्णिया की सभा में जुटी महिलाओं की भीड़, लेकिन प्रशांत किशोर को नहीं पहचान पाई