नई दिल्ली, 7 मई . ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सीजफायर उल्लंघन और लगातार गोलाबारी के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर उच्च स्तरीय चर्चा की. उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक (डीजी), उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फोन पर बात की.
केंद्रीय गृह मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सीमा के नजदीक रहने वाले नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने कहा, “सीमा के पास रहने वाले सभी नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर बने बंकरों में तत्काल शिफ्ट किया जाए. उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है.”
वहीं, पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास भारी गोलाबारी की खबरें हैं, जिसमें दस नागरिकों की मौत और 50 लोगों के घायल होने की सूचना है. भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया है.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमले किए, जिसमें 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है. इस कार्रवाई को पहलगाम आतंकी हमले का जवाब माना जा रहा है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी.
गृह मंत्रालय ने सीमावर्ती इलाकों में अर्धसैनिक बलों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए हैं.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेने के लिए बैठक की और नागरिकों की सुरक्षा पर जोर दिया. सीएमओ ने कहा कि नागरिक जीवन की सुरक्षा, बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और किसी भी उभरती चुनौतियों का त्वरित जवाब सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है. उन्होंने केंद्रशासित प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में स्थिति का जायजा लिया.
–
एकेएस/एबीएम
The post first appeared on .
You may also like
EPFO Pension : फायदा ही फायदा! 80 लाख पेंशनधारकों के लिए सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम लेकर आया बड़ी खुशखबरी, जानिए कैसे ˠ
अयोध्या महोत्सव का वायरल वीडियो: संस्कृति पर उठे सवाल
मंगल ग्रह का गोचर: जानें किन राशियों को मिलेगा लाभ
छींक रोकने के खतरनाक परिणाम: एक व्यक्ति की श्वास नली में छेद
Supreme Court Decision: तलाक के बाद पत्नी अपने पति से कितना मांग सकती है गुजारा भत्ता, सुप्रीम कोर्ट ने तय की लिमिट ˠ