Next Story
Newszop

प्रमोद तिवारी का सवाल, 'ट्रंप की मध्यस्थता पर पीएम मोदी का खून क्यों नहीं खौला?'

Send Push

लखनऊ, 23 मई . राजस्थान के बीकानेर में गुरुवार को एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहद आक्रामक दिखे. उन्होंने अपनी व्यथा साझा करते हुए कहा कि ‘अब मेरे शरीर में खून नहीं, बल्कि सिंदूर बह रहा है.’ पीएम मोदी की इस टिप्पणी पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने सवाल खड़े किए हैं. पूछा है कि उनको तब गुस्सा क्यों नहीं आया जब भारत-पाक सीजफायर की बात डोनाल्ड ट्रंप ने की?

समाचार एजेंसी से बातचीत में कांग्रेस सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी के शब्दों को फिल्मी संवाद का नाम दिया. कहा, “पीएम मोदी अच्छा भाषण देने के साथ ही साथ अच्छे फिल्मी डायलॉग भी डिलिवर करते हैं. जब वह भाषण देते हैं तो उनके संबोधन में उनका सिंदूर और खून खूब खौलता है. लेकिन, उस समय सिंदूर ठंडा क्यों पड़ जाता है, जब चीन की सेना ने हमारे 21 से ज्यादा जवान शहीद कर दिए तब पीएम मोदी का खून क्यों नहीं खौला? जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शिमला समझौता तोड़कर सीजफायर की घोषणा की और देश हैरान था, तब खून क्यों नहीं खौला?”

कांग्रेस सांसद ने भारतीय सेना की सराहना करते हुए आगे कहा, “हमारी सेना उस वक्त पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह कर रही थी, मैं सेना के शौर्य का सम्मान करता हूं. यह हक अमेरिकी राष्ट्रपति को किसने दिया कि वे सीजफायर का ऐलान करें? पीएम मोदी का उस वक्त खून क्यों ठंडा पड़ जाता है?”

प्रमोद तिवारी यहीं नहीं रुके, उन्होंने विदेश मंत्री के बयान का जिक्र करते हुए कहा, “पीएम मोदी का खून उस वक्त क्यों नहीं खौलता है जब विदेश मंत्री पाकिस्तान पर हमला करने से पहले वहां की सरकार को बता देता है कि हम अटैक कर रहे हैं. सब जानते हैं कि भारत में पाकिस्तान की ओर से जो आतंकवादी हमले कराए जाते हैं, उसमें पाकिस्तान की सेना और सरकार मिली हुई होती है. पीएम मोदी का तब भी खून नहीं खौलता, इसीलिए उन्हें डायलॉग बाजी छोड़कर धरती पर उतरना चाहिए.”

डीकेएम/केआर

The post first appeared on .

Loving Newspoint? Download the app now