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भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भूटान के पीएम सेरिन तोबके से की मुलाकात, जलविद्युत और व्यापार पर हुई चर्चा

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New Delhi, 4 अक्टूबर . India के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भूटान के Prime Minister सेरिन तोबके से मुलाकात की. विदेश सचिव मिस्री 3 अक्टूबर को अपने भूटान दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने पीएम तोबके के साथ जलविद्युत से लेकर व्यापार और लोगों के बीच संबंधों को लेकर चर्चा की.

भूटान में भारतीय दूतावास की तरफ से ‘एक्स’ पर इस मुलाकात की तस्वीरें साझा कर लिखा, “प्रगति और विकास के लिए एक साथ. नियमित उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को बनाए रखते हुए, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने विशेष और बहुआयामी द्विपक्षीय साझेदारी के संपूर्ण पहलुओं पर चर्चा के लिए 3 अक्टूबर 2025 को भूटान का दौरा किया.”

दूतावास ने आगे लिखा कि अपनी यात्रा के दौरान, विदेश सचिव ने महामहिम नरेश से मुलाकात की और भूटान के Prime Minister एवं विदेश मंत्री से मुलाकात की.

वहीं भूटान के पीएम ने भी अपनी प्रतिक्रिया में लिखा, “मुझे कल India Government के विदेश सचिव, महामहिम विक्रम मिस्री से मिलकर बहुत खुशी हुई. हमने भूटान और India के बीच संपर्क, जलविद्युत, लोगों के बीच संबंधों और व्यापार एवं वाणिज्य सहित विभिन्न पारस्परिक हितों पर चर्चा की.”

बता दें, India और भूटान के बीच रेलवे कनेक्शन की शुरुआत होने जा रही है. इसे लेकर Monday , 29 सितंबर को India Government ने 69 किलोमीटर और 20 किलोमीटर लंबी दो सीमा पार रेलवे परियोजनाओं की घोषणा की. यह रेल लाइन भूटान को असम और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों से जोड़ेंगी. 69 किलोमीटर लंबी कोकराझार (असम)-गेलेफू (भूटान) और 20 किलोमीटर लंबी बनारहाट (पश्चिम बंगाल)-समत्से (भूटान) रेल लाइन की लागत 3,456 करोड़ रुपये और 577 करोड़ रुपये होगी.

यह घोषणा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संयुक्त रूप से की. बाद में, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार और भूटान के विदेश सचिव ओम पेमा चोडेन ने रेल संपर्क स्थापित करने के लिए एक औपचारिक अंतर-Governmentी समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.

बता दें, इस समय भूटान में कोई रेल नेटवर्क नहीं है. गेलेफू और समत्से लाइन पड़ोसी देश में इस तरह की पहली परियोजना होगी. भूटान के साथ India के ऐतिहासिक रूप से शांतिपूर्ण संबंधों को देखते हुए, इन दोनों रेल परियोजनाओं से इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती सक्रियता के बीच संबंधों में मजबूती आने और पूरे क्षेत्र में व्यापार बढ़ने की उम्मीद है.

कनक/एएस

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