अलीगढ़/लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने हिंदू समाज से जातिगत भेदभाव को खत्म करने के लिए एक बड़ी अपील की है। उन्होंने कहा है कि हिंदू धर्म के अंदर सभी वर्गों में समरसता और समानता बनाने के लिए ‘एक मंदिर, एक कुआं और एक श्मशान’ की नीति को अपनाना होगा।
पांच दिवसीय दौरे पर यूपी के अलीगढ़ पहुंचे मोहन भागवत ने एचबी इंटर कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में स्वयंसेवकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें सभी वर्गों को समान आदर और सम्मान देना चाहिए, यही हमारा धर्म है और यही हमारी संस्कृति भी है।
संस्कार और मूल्य हैं RSS की नींवसंघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों से कहा कि हमें सामाजिक समरसता को बढ़ाने के लिए संस्कार, परंपरा और सांस्कृतिक मूल्यों को महत्व देना होगा। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा समाज बनाना है जो न सिर्फ सशक्त हो, बल्कि सभी वर्गों को साथ लेकर चलने वाला भी हो। भागवत ने कहा कि हमारे त्योहार सिर्फ उत्सव नहीं हैं, बल्कि सामाजिक एकता को बढ़ाने के अवसर भी हैं।
अलीगढ़ दौरे पर हैं मोहन भागवतबता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत इस वक्त पांच दिन के अलीगढ़ दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने विभिन्न शाखाओं में स्वयंसेवकों को संबोधित किया है।एचबी इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम के अलावा पंचन नगरी पार्क में भी आयोजित शाखा में भागवत शामिल हुए हैं।
यह भी पढ़ें-
You may also like
IPL 2025: Mumbai Indians Crush Chennai Super Kings by 9 Wickets, Seal Third Consecutive Win
चाणक्य नीति के अनुसार ये महिलाएं होती है चरित्रहीन, चाणक्य नीति में महिलाओं को लेकर बताई गई है ये खास बातें ∘∘
पति पत्नी का तलाक करवा देती है ये बातें, आचार्य चाणक्य से सीखे शादीशुदा रिश्ते को बचाने के जरुरी टिप्स ∘∘
चाणक्य के अनुसार अच्छी चरित्र वाली महिलाओं में होती है ये 3 गुण. देखते ही करें पहचान ∘∘
आचार्य चाणक्य की सलाह: पत्नी को न बताएं ये चार बातें