तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी
तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी गुरुवार को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। उनकी यह यात्रा छह दिनों तक चलेगी, जिसमें वह दारुल उलूम देवबंद मदरसा और ताजमहल का दौरा करेंगे। इस दौरान, वह विदेश मंत्री एस जयशंकर और अन्य प्रमुख नेताओं के साथ महत्वपूर्ण वार्ताएं करेंगे। मुत्ताकी भारत आने वाले पहले उच्चस्तरीय तालिबान अधिकारी हैं।
हालांकि, इस यात्रा के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, वह पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ नई दिल्ली पहुंचेंगे।
हैदराबाद हाउस में बैठक
सूत्रों के मुताबिक, मुत्ताकी को आधिकारिक प्रोटोकॉल के तहत स्वागत किया जाएगा, जिसमें हैदराबाद हाउस में जयशंकर के साथ एक बैठक शामिल है। यह स्थान भारत के शीर्ष नेताओं द्वारा विदेशी मेहमानों से मिलने के लिए जाना जाता है। 10 अक्टूबर को आधिकारिक कार्यक्रमों का मुख्य दिन होगा, और इस दिन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी उनसे मिल सकते हैं।
विभिन्न मुद्दों पर चर्चा
यह मुलाकात मुत्ताकी और जयशंकर के बीच पहली होगी, हालांकि दोनों पहले टेलीफोन पर बात कर चुके हैं। इस बैठक में सुरक्षा, आतंकवाद और मानवीय सहायता जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त, तालिबान अफगान छात्रों, व्यापारियों और मरीजों के लिए वीजा में ढील पर भी बात कर सकता है।
संबंधों में सुधार
यह यात्रा भारत और तालिबान के बीच संबंधों को मजबूत करने में सहायक होगी। विदेश मंत्री का यह दौरा तालिबान के साथ कार्यात्मक संबंध स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अगस्त 2021 में अशरफ गनी की सरकार के पतन के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान में सत्ता संभाली थी, लेकिन भारत अभी भी तालिबान सरकार को आधिकारिक रूप से मान्यता नहीं देता है।
मुत्ताकी की यह यात्रा लगभग एक सप्ताह तक चलेगी। सूत्रों के अनुसार, वह 11 अक्टूबर को दारुल उलूम देवबंद का दौरा करेंगे और 13 अक्टूबर को नई दिल्ली में अफगान समुदाय के सदस्यों से भी बातचीत कर सकते हैं। वह 15 अक्टूबर को काबुल लौटने की योजना बना रहे हैं।
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