भारतीय संस्कृति में विवाह के लिए कई नियम बनाए गए हैं, ताकि दांपत्य जीवन सुखद और सफल हो सके। एक सामान्य धारणा यह है कि लड़का लड़की से उम्र में बड़ा होना चाहिए। हालांकि, समय के साथ इस परंपरा में बदलाव आ रहा है, और अब कई शादियां ऐसी हो रही हैं जहां लड़की की उम्र लड़के से अधिक होती है।
आजकल, पेशेवर रूप से सफल महिलाएं अक्सर खुद से छोटे लड़कों को अपना जीवनसाथी चुन रही हैं। उदाहरण के लिए, बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा धूपिया ने अपने से दो साल छोटे अंगद बेदी से शादी की है। इस शादी के बाद, यह सवाल उठता है कि महिलाएं छोटे उम्र के लड़कों को क्यों चुनती हैं।
कम उम्र के लड़के आमतौर पर अधिक सक्रिय और उत्साही होते हैं, जिससे महिलाएं खुद को युवा महसूस करती हैं। इसके अलावा, वे नई चीजों को आजमाने में रुचि रखते हैं, जो एक सकारात्मक माहौल बनाने में मदद करता है।
जब कोई महिला छोटे उम्र के लड़के से शादी करती है, तो उसके पास अधिक अनुभव होता है, जिससे वह अपने साथी को बेहतर मार्गदर्शन कर सकती है। ऐसे में वह अपने करियर में भी मजबूत होती है और भावनात्मक रूप से सशक्त बनती है।
कम उम्र के लड़कों के साथ संबंध बनाते समय महिलाएं बिना किसी डर के खुलकर प्यार कर सकती हैं। ये लड़के शारीरिक आकर्षण में भी अधिक होते हैं और आपकी जरूरतों को बेहतर समझते हैं।
कम उम्र के पार्टनर के साथ, पुराने रिश्तों का कोई खतरा नहीं होता, जिससे महिलाएं मानसिक रूप से सुरक्षित महसूस करती हैं। इसके अलावा, युवा लड़के उत्साह से भरे होते हैं, जिससे संबंध में कोई कमी नहीं आती।
कम उम्र के लड़कों के साथ ईगो की समस्या नहीं होती, जो अक्सर बड़े उम्र के पुरुषों में देखने को मिलती है। वे आपकी उपलब्धियों पर खुश होते हैं और आपको समर्थन देते हैं।
कम उम्र के लड़कों को घूमने-फिरने का शौक होता है, जिससे आपकी जिंदगी रोमांचक बन जाती है। एक अध्ययन के अनुसार, बड़े उम्र की महिलाओं के प्रति लड़कों का आकर्षण उनके टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ाता है, जिससे उनकी सेक्स लाइफ भी बेहतर होती है।
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