आयुर्वेद में लहसुन को एक घरेलू चिकित्सक के रूप में जाना जाता है। यह छोटी सी कली कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मददगार साबित होती है। आधुनिक चिकित्सा ने भी इसके औषधीय गुणों की पुष्टि की है।
लहसुन का सेवन दिल की बीमारियों, मधुमेह, कैंसर और त्वचा संबंधी समस्याओं से बचाव में सहायक होता है।
लहसुन न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसके स्वास्थ्य लाभ भी इसे विशेष बनाते हैं। यदि आप सुबह खाली पेट दो कलियां लहसुन की खाते हैं, तो आपके शरीर को कई फायदे मिल सकते हैं। शरीर की प्रकृति के अनुसार लहसुन का सेवन करने का तरीका भी महत्वपूर्ण है। आइए इसके लाभ और सेवन के तरीकों के बारे में जानते हैं।
शरीर की प्रकृति के अनुसार लहसुन का सेवन
पित्त प्रकृति वालों के लिए: जिनकी शरीर की प्रकृति गर्म होती है, उन्हें कच्चा लहसुन नहीं खाना चाहिए। ऐसे व्यक्तियों को घी में भूनकर लहसुन का सेवन करना चाहिए। ठंड के मौसम में 3-4 कलियां और गर्मियों में 2 कलियों का सेवन फायदेमंद होता है।
कफ प्रकृति वालों के लिए: यदि आपको सर्दी-जुकाम और बलगम की समस्या है, तो कच्चे लहसुन की दो कलियां शहद के साथ रोजाना खाली पेट खाएं। इससे आपकी इम्युनिटी मजबूत होगी और सर्दी-जुकाम से राहत मिलेगी।
वात प्रकृति वालों के लिए: जोड़ों में दर्द या मांसपेशियों में अकड़न होने पर कच्चा लहसुन लाभकारी होता है। भीगे हुए मेथी दानों के साथ इसका सेवन जल्दी लाभ पहुंचाता है।
लहसुन के अन्य फायदे
सर्दी-जुकाम में राहत: कच्चे लहसुन में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो सर्दी-जुकाम में राहत देते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना: इसमें मौजूद एलिसिन तत्व रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करना: यह कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को घटाता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
पाचन सुधारना: गैस और एसिडिटी की समस्या वाले लोगों के लिए कच्चा लहसुन फायदेमंद है। यह पेट के कीटाणुओं को खत्म कर पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है।
पेट के कीड़े खत्म करना: पेट में कीड़े होने पर पपीते के बीजों के साथ कच्चा लहसुन खाना फायदेमंद हो सकता है।
लंग कैंसर से बचाव: प्रदूषण के कारण लंग कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। रोजाना कच्चा लहसुन खाने से इस खतरे को कम किया जा सकता है।
दांतों के दर्द में आराम: लहसुन को कूटकर उसका पेस्ट दर्द वाली जगह पर लगाने से राहत मिलती है।
खून पतला करना: लहसुन रक्त संचार को बढ़ाता है और खून को पतला करने में मदद करता है, जिससे थक्के बनने का खतरा कम होता है।
किन्हें लहसुन नहीं खाना चाहिए
जॉइंट्स प्रॉब्लम वाले लोग: जिन्हें जोड़ो की समस्या है, उन्हें कच्चा लहसुन खाली पेट नहीं खाना चाहिए।
लो ब्लड प्रेशर वाले लोग: लो ब्लड प्रेशर वाले व्यक्तियों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
प्रेग्नेंट महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
सर्जरी कराने वाले लोग: सर्जरी से एक हफ्ते पहले और डेढ़-दो महीने बाद कच्चा लहसुन नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे आंतरिक रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है।
निष्कर्ष
लहसुन एक प्राकृतिक औषधि है, जो 70 प्रकार की बीमारियों से बचाव में सहायक है। यदि आप इसे अपनी प्रकृति के अनुसार सही तरीके से सेवन करते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए बहुत लाभकारी हो सकता है। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
इस छोटी सी कली के बड़े-बड़े फायदे जानकर इसे अपने आहार में शामिल करना बेहद जरूरी हो जाता है। तो अब से ही लहसुन का सही तरीके से सेवन शुरू करें और स्वस्थ जीवन का आनंद लें।
स्वास्थ्य सम्बन्धी अस्वीकरण
इस लेख में दी गई जानकारी आयुर्वेद और घरेलू उपायों पर आधारित है। यह सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। यदि आपको किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या है, तो इस लेख में बताए गए उपायों को अपनाने से पहले कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें। कच्चा लहसुन खाने से कुछ लोगों को एलर्जी या अन्य समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर ही इसका सेवन करें। लेख में दी गई सलाह पेशेवर चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं है।
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