प्रधानमंत्री मोदी आज मुंबई में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से मुलाकात करेंगे। यह बैठक सिर्फ राजनयिक नहीं, बल्कि व्यापार और निवेश की दिशा में एक महत्वपूर्ण चरण है। दोनों राष्ट्र India-UK Comprehensive Strategic Partnership को आगे बढ़ाना चाहते हैं, जिसके लिए Vision 2035 रोडमैप तैयार किया गया है। इस रोडमैप में ट्रेड, टेक्नोलॉजी, रक्षा, क्लाइमेट एक्शन आदि विषयों को प्राथमिकता दी गई है। इस बीच Comprehensive Economic and Trade Agreement (CETA) बातचीत के केंद्र में है। इस बैठक के दौरान दोनों नेता India-UK CEO Forum में भी हिस्सा लेंगे और ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में शामिल होंगे। भारत और ब्रिटेन की सरकारें मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहती हैं कि दोनों देशों की कंपनियों के लिए नई अवसर खुलें, निवेश सुगम हो और तकनीकी सहयोग बढ़े।
भारत-यूके व्यापार की दिशामुलाकात का मुख्य फोकस व्यापार और निवेश को और अधिक ऊँचाई देना होगा। भारत और ब्रिटेन दोनों इस मीटिंग के माध्यम से CETA को एक ठोस और प्रभावी रूप देना चाहते हैं, ताकि उनके बीच होने वाले द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा मिल सके। इससे दोनों देशों के बीच लगने वाले टैरिफ और अन्य व्यापारिक बाधाएं कम होंगी, जिससे कारोबारियों को नए और आसान व्यापारिक अवसर मिलेंगे। निवेशकों के लिए यह भरोसेमंद माहौल बनेगा, जिससे निवेश की मात्रा बढ़ेगी और दोनों देशों की आर्थिक साझेदारी मजबूत होगी। कुल मिलाकर, यह बैठक भारत-यूके व्यापार और निवेश संबंधों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
Vision 2035
Vision 2035 एक दस साल का रोडमैप है, जो भारत और ब्रिटेन के बीच कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को प्राथमिकता देता है। इसमें व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना, नई टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को विकसित करना, रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना, एनर्जी और क्लाइमेट चेंज के मुद्दों पर काम करना, साथ ही स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र को मजबूत करना, और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को गहरा करना शामिल है। इस रोडमैप के तहत यह निर्धारित किया जाएगा कि हर सेक्टर कब और कैसे आगे बढ़ेगा। आज की बैठक में इस बात की समीक्षा होगी कि अब तक इन क्षेत्रों में कितनी प्रगति हुई है और भविष्य के लिए क्या रणनीतियां अपनाई जाएंगी।
भारत-ब्रिटेन ने JETCO फिर से शुरू
पिछले दिनों भारत के मिनिस्टर ऑफ कॉमर्स पीयूष गोयल और ब्रिटेन के मिनिस्टर ऑफ ट्रेड पीटर काइल की एक बैठक हुई थी। इस बैठक में उन्होंने जॉइंट इकोनॉमिक एंड ट्रेड कमिटी (jetco) को फिर से शुरू करने पर सहमति दी। इस समिति का काम होगा CETA समझौते की प्रगति पर नजर रखना और इसके परिणामों को सुनिश्चित करना। इसका मतलब है कि केवल समझौता करने तक सीमित नहीं रहना, बल्कि इसे असल में लागू करना भी जरूरी होगा।
फिनटेक और टेक्नोलॉजी सहयोग
मोदी और स्टार्मर ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में शिरकत करेंगे, जिसमें वित्तीय टेक्नोलॉजी, AI, इनोवेशन और इनक्लूजन जैसे विषयों पर चर्चा होगी। साथ ही टेक्नोलॉजी सिक्योरिटी एक पहल भी दोनों देशों द्वारा पहले ही घोषित की गई है। इस पहल के तहत सुरक्षा, डेटा मैनेजमेंट और इनोवेशन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाया जाएगा।
भारत-यूके व्यापार की दिशामुलाकात का मुख्य फोकस व्यापार और निवेश को और अधिक ऊँचाई देना होगा। भारत और ब्रिटेन दोनों इस मीटिंग के माध्यम से CETA को एक ठोस और प्रभावी रूप देना चाहते हैं, ताकि उनके बीच होने वाले द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा मिल सके। इससे दोनों देशों के बीच लगने वाले टैरिफ और अन्य व्यापारिक बाधाएं कम होंगी, जिससे कारोबारियों को नए और आसान व्यापारिक अवसर मिलेंगे। निवेशकों के लिए यह भरोसेमंद माहौल बनेगा, जिससे निवेश की मात्रा बढ़ेगी और दोनों देशों की आर्थिक साझेदारी मजबूत होगी। कुल मिलाकर, यह बैठक भारत-यूके व्यापार और निवेश संबंधों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
Vision 2035
Vision 2035 एक दस साल का रोडमैप है, जो भारत और ब्रिटेन के बीच कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को प्राथमिकता देता है। इसमें व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना, नई टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को विकसित करना, रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना, एनर्जी और क्लाइमेट चेंज के मुद्दों पर काम करना, साथ ही स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र को मजबूत करना, और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को गहरा करना शामिल है। इस रोडमैप के तहत यह निर्धारित किया जाएगा कि हर सेक्टर कब और कैसे आगे बढ़ेगा। आज की बैठक में इस बात की समीक्षा होगी कि अब तक इन क्षेत्रों में कितनी प्रगति हुई है और भविष्य के लिए क्या रणनीतियां अपनाई जाएंगी।
भारत-ब्रिटेन ने JETCO फिर से शुरू
पिछले दिनों भारत के मिनिस्टर ऑफ कॉमर्स पीयूष गोयल और ब्रिटेन के मिनिस्टर ऑफ ट्रेड पीटर काइल की एक बैठक हुई थी। इस बैठक में उन्होंने जॉइंट इकोनॉमिक एंड ट्रेड कमिटी (jetco) को फिर से शुरू करने पर सहमति दी। इस समिति का काम होगा CETA समझौते की प्रगति पर नजर रखना और इसके परिणामों को सुनिश्चित करना। इसका मतलब है कि केवल समझौता करने तक सीमित नहीं रहना, बल्कि इसे असल में लागू करना भी जरूरी होगा।
फिनटेक और टेक्नोलॉजी सहयोग
मोदी और स्टार्मर ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में शिरकत करेंगे, जिसमें वित्तीय टेक्नोलॉजी, AI, इनोवेशन और इनक्लूजन जैसे विषयों पर चर्चा होगी। साथ ही टेक्नोलॉजी सिक्योरिटी एक पहल भी दोनों देशों द्वारा पहले ही घोषित की गई है। इस पहल के तहत सुरक्षा, डेटा मैनेजमेंट और इनोवेशन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाया जाएगा।
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