प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की 21वीं किस्त किसी भी समय जारी की जा सकती है। सरकार ने योजना के तहत लाभार्थियों की सूची को अपडेट किया है और अवैध लाभार्थियों की पहचान कर उन्हें हटाया है। किसान हर साल 6,000 रुपये की सहायता तीन किस्तों में पाते हैं, जिसमें हर किस्त 2,000 रुपये की होती है। जैसे पिछली बार की किस्तें सीधे बैंक खातों में DBT के माध्यम से भेजी गई थीं, इस बार भी वही प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
आपका नाम सूची से गायब होने के सामान्य कारण
यदि आप PM-Kisan लाभार्थी सूची 2025 में अपना नाम नहीं देखते हैं, तो यह आमतौर पर निम्न कारणों से होता है:
अधूरी या समाप्त e-KYC: हर लाभार्थी का e-KYC सत्यापन आवश्यक है; लंबित या समाप्त e-KYC होने पर नाम सूची से हट सकता है।
बैंक खाता और आधार लिंक न होना: DBT भुगतान के लिए बैंक खाते में आधार सही से लिंक होना जरूरी है।
व्यक्तिगत या जमीन विवरण में असंगति: नाम, आधार या जमीन रिकॉर्ड में छोटी गलती भी नाम हटाने का कारण बन सकती है।
गलत बैंक या IFSC विवरण: गलत जानकारी के कारण लेन-देन फेल हो सकता है।
मालिकाना या पात्रता की समस्या: केवल जमीन मालिक किसान पात्र हैं; किराएदार या सत्यापित दस्तावेज न होने वाले लाभार्थी सूची से हटाए जा सकते हैं।
कैसे जांचें कि आपका नाम सूची में है या नहींआधिकारिक पोर्टल पर जाएं: pmkisan.gov.in
“Farmer Corner” → “Beneficiary List” पर क्लिक करें।
अपना राज्य, जिला, ब्लॉक और गांव चुनकर “Get Report” पर क्लिक करें।
नाम दिखने पर आप आगामी किस्त के लिए तैयार हैं, नहीं दिखने पर ऑनलाइन या स्थानीय कार्यालय से सुधार करें।
नाम गायब होने पर क्या करेंe-KYC पूरा करें: पोर्टल पर e-KYC टैब पर जाएं, आधार नंबर दर्ज करके OTP सत्यापन करें। असफल होने पर CSC जाकर ऑफलाइन सत्यापन कराएँ।
बैंक और आधार लिंकिंग जांचें: बैंक शाखा में आधार नंबर सही तरीके से लिंक है, यह सुनिश्चित करें और विवरण मेल खाता हो।
जमीन या व्यक्तिगत जानकारी सुधारें: तहसील या कृषि विभाग जाकर जमीन रिकॉर्ड की जांच और सुधार कराएं।
लाभार्थी स्थिति दोबारा जांचें: सुधार के बाद पोर्टल में “Status of Self-Registered/CSC Farmers” के तहत स्थिति ट्रैक करें।
जल्दी कार्रवाई और सुरक्षा सावधानियां
DBT के माध्यम से बड़ी संख्या में किस्तें जारी की जाती हैं। यदि विवरण समय पर सही नहीं हैं, तो आप इस राउंड से छूट सकते हैं और अगली किस्त का इंतजार करना पड़ सकता है। छोटे किसानों के लिए यह 2,000 रुपये बोवाई या कटाई के समय महत्वपूर्ण मदद होते हैं।
सावधानियां:केवल आधिकारिक पोर्टल pmkisan.gov.in का उपयोग करें।
OTP, आधार और बैंक विवरण किसी के साथ साझा न करें।
मदद के लिए केवल सरकारी मंजूर CSC या आधिकारिक हेल्पलाइन नंबर का ही उपयोग करें।
आपका नाम सूची से गायब होने के सामान्य कारण
यदि आप PM-Kisan लाभार्थी सूची 2025 में अपना नाम नहीं देखते हैं, तो यह आमतौर पर निम्न कारणों से होता है:
अधूरी या समाप्त e-KYC: हर लाभार्थी का e-KYC सत्यापन आवश्यक है; लंबित या समाप्त e-KYC होने पर नाम सूची से हट सकता है।
बैंक खाता और आधार लिंक न होना: DBT भुगतान के लिए बैंक खाते में आधार सही से लिंक होना जरूरी है।
व्यक्तिगत या जमीन विवरण में असंगति: नाम, आधार या जमीन रिकॉर्ड में छोटी गलती भी नाम हटाने का कारण बन सकती है।
गलत बैंक या IFSC विवरण: गलत जानकारी के कारण लेन-देन फेल हो सकता है।
मालिकाना या पात्रता की समस्या: केवल जमीन मालिक किसान पात्र हैं; किराएदार या सत्यापित दस्तावेज न होने वाले लाभार्थी सूची से हटाए जा सकते हैं।
कैसे जांचें कि आपका नाम सूची में है या नहींआधिकारिक पोर्टल पर जाएं: pmkisan.gov.in
“Farmer Corner” → “Beneficiary List” पर क्लिक करें।
अपना राज्य, जिला, ब्लॉक और गांव चुनकर “Get Report” पर क्लिक करें।
नाम दिखने पर आप आगामी किस्त के लिए तैयार हैं, नहीं दिखने पर ऑनलाइन या स्थानीय कार्यालय से सुधार करें।
नाम गायब होने पर क्या करेंe-KYC पूरा करें: पोर्टल पर e-KYC टैब पर जाएं, आधार नंबर दर्ज करके OTP सत्यापन करें। असफल होने पर CSC जाकर ऑफलाइन सत्यापन कराएँ।
बैंक और आधार लिंकिंग जांचें: बैंक शाखा में आधार नंबर सही तरीके से लिंक है, यह सुनिश्चित करें और विवरण मेल खाता हो।
जमीन या व्यक्तिगत जानकारी सुधारें: तहसील या कृषि विभाग जाकर जमीन रिकॉर्ड की जांच और सुधार कराएं।
लाभार्थी स्थिति दोबारा जांचें: सुधार के बाद पोर्टल में “Status of Self-Registered/CSC Farmers” के तहत स्थिति ट्रैक करें।
जल्दी कार्रवाई और सुरक्षा सावधानियां
DBT के माध्यम से बड़ी संख्या में किस्तें जारी की जाती हैं। यदि विवरण समय पर सही नहीं हैं, तो आप इस राउंड से छूट सकते हैं और अगली किस्त का इंतजार करना पड़ सकता है। छोटे किसानों के लिए यह 2,000 रुपये बोवाई या कटाई के समय महत्वपूर्ण मदद होते हैं।
सावधानियां:केवल आधिकारिक पोर्टल pmkisan.gov.in का उपयोग करें।
OTP, आधार और बैंक विवरण किसी के साथ साझा न करें।
मदद के लिए केवल सरकारी मंजूर CSC या आधिकारिक हेल्पलाइन नंबर का ही उपयोग करें।
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