खेल उद्यमी और मेसी के दौरे के प्रमोटर सतद्रु दत्ता ने लियोनल मेसी से मुलाकात की। इस दौरान मेसी ने उन्हें पीएम मोदी के लिए यह जर्सी दी है।
शतद्रु दत्ता ने आईएएनएस से कहा, "मेसी ने पीएम मोदी के 75वें जन्मदिन के मौके पर एक जर्सी भेजी है। जब मेसी भारत आएंगे, तो हम प्रधानमंत्री से मुलाकात करने की कोशिश करेंगे। मेसी लंबे वक्त बाद भारत आ रहे हैं। वह पहली बार दिल्ली और मुंबई आएंगे। 13 दिसंबर को मेसी कोलकाता आएंगे। अगले दिन वह मुंबई पहुंचेंगे। 15 दिसंबर को दिल्ली पहुंचकर इवेंट में शिरकत करेंगे।"
उन्होंने कहा, "मेसी के साथ हमने भारतीय फुटबॉल पर चर्चा की। हमने इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) पर बात की। उन्होंने हमारी बातों को बहुत ध्यान से सुना। मेसी को पता है कि भारत में क्रिकेट बहुत मशहूर है। अर्जेंटीना की टीम हॉकी भी खेलती है, तो उन्हें इस खेल के बारे में भी पता है। इसके बाद मैंने मेसी को बॉलीवुड के बारे में बताया। जब मेसी सऊदी अरब में खेले थे, तो उस समय बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन ने उनसे मुलाकात की थी। मैंने सदी के महानायक के बारे में भी मेसी से बात की।"
शतद्रु दत्ता ने आईएएनएस से कहा, "मेसी ने पीएम मोदी के 75वें जन्मदिन के मौके पर एक जर्सी भेजी है। जब मेसी भारत आएंगे, तो हम प्रधानमंत्री से मुलाकात करने की कोशिश करेंगे। मेसी लंबे वक्त बाद भारत आ रहे हैं। वह पहली बार दिल्ली और मुंबई आएंगे। 13 दिसंबर को मेसी कोलकाता आएंगे। अगले दिन वह मुंबई पहुंचेंगे। 15 दिसंबर को दिल्ली पहुंचकर इवेंट में शिरकत करेंगे।"
Also Read: LIVE Cricket Scoreदत्ता मानते हैं कि मेसी के आने से भारत में फुटबॉल को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा, "भारत में शानदार फुटबॉल स्टेडियम हैं। मेसी के भारत में आने से युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। वह एक वर्ल्ड चैंपियन हैं। भारत इस समय खेलों में शानदार प्रदर्शन कर रहा है। ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन सराहनीय है। क्रिकेट में टीम शानदार खेल रही है। हमें उम्मीद है कि भारत फुटबॉल में भी जल्द शानदार प्रदर्शन करेगा।"
Article Source: IANSYou may also like
बाजू के कमरे से आ` रही थी अजीब आवाज, माता-पिता ने झांका तो नजारा देख उड़ गए तोते
10 दिनों तक चीनी बिल्कुल न लेने पर शरीर पर पड़ता है यह असर
पुराने ज़माने में राजा-महाराजा यह` खा कर बढ़ाते थे अपनी पौरुष शक्ति
एनडीए गठबंधन कार्यकर्ता सम्मेलन में "2025 में 225 और फिर से नीतीश" का गूंजा नारा
विष्णु नागर का व्यंग्यः यह इक्कीसवीं सदी का चोर है, चोरों का चोर है, उनका सिरमौर है!