क्रिकेट अनिश्चितता ओं का खेल है. यहां कब क्या हो जाए कुछ नहीं कहा जा सकता. पलभर में मैच का पासा पलट जाता है. वैसे तो क्रिकेट को बल्लेबाजों का खेल माना जाता है. लेकिन कई बार गेंदबाज भी इस खेल में हावी नजर आते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कोई टीम जीरो पर आउट हो सकती है. लेकिन यह सच है. ऐसा एक बार नहीं 3 बार हुआ.
साल 2016 में इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट में क्राइस्ट चर्च यूनिवर्सिटी ने बपचाइल्ड क्लब को जीत के लिए 221 रनों का लक्ष्य दिया था. लेकिन जब किसी की किस्मत खराब हो तो कोई क्या कर सकता है. ऐसा ही कुछ इस टीम के साथ भी हुआ. इस टीम के 9 खिलाड़ी बिना खाता खोले ही आउट हो गए. अंतिम बल्लेबाज को यह कहकर भेजा गया कि वो किसी तरह 1 रन बनाकर टीम को इस शर्मनाक रिकॉर्ड से बचाए. लेकिन वह खिलाड़ी भी खाता खोलने में नाकाम रहा और बपचाइल्ड टीम का कोई भी खिलाड़ी रन नहीं बना सका मात्र 20 गेंदों के अंदर ही पूरी टीम ऑल आउट हो गई.
1964 में साल्टवुड क्रिकेट क्लब ने मार्टिन वाल्टर क्लब को 216 रनों का लक्ष्य दिया था. मार्टिन वाल्टर क्लब की पूरी टीम जीरो के स्कोर पर आउट हो गई थी. अब आप सोच रहे होंगे कि क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार कब हुआ था. तो आपको बता दें कि 1913 में ग्लैसटॉनबरी के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करने उतरी लैंगपोर्ट टीम का भी यही हाल हुआ था.
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