राजस्थान के कोटा और नागौर जिले में पिछले कुछ दिनों से स्टेट जीएसटी की टीम 9 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। एसजीएसटी की टीम यह कार्रवाई पान मसाला और जर्दा बनाने वाली इकाइयों पर कर रही है। राज्य सरकार ने नशे के कारोबार से जुड़े लोगों और कर चोरी करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस छापेमारी के दौरान अब तक करीब 1580 करोड़ रुपये की कर चोरी उजागर हुई है। पिछले 120 घंटों (शुक्रवार रात तक) में 60 एसजीएसटी अधिकारी लगातार 9 ठिकानों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चला रहे थे।
कर चोरी पर सरकार की जीरो टॉलरेंस
कर चोरी को लेकर राजस्थान सरकार की "जीरो टॉलरेंस" नीति के तहत प्रशासनिक सचिव वित्त राजस्व एवं मुख्य आयुक्त एसजीएसटी कुमार पाल गौतम के निर्देशन में बिना बिल के पान मसाला और जर्दा की बिक्री पर 1500 करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी चोरी पकड़ी गई है। इस मामले में दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिन्हें आज न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इस कार्रवाई से पहले विभाग ने एक महीने तक कर चोरी में लिप्त फर्मों की गुप्त सूचनाएं एकत्रित कीं। इससे पहले कर विभाग ने प्रदेश में इस तरह की कोई कार्रवाई नहीं की थी।
कोटा की एक नामी कंपनी पर एसजीएसटी की बड़ी छापेमारी
इस छापेमारी में इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र कोटा की 3 फैक्ट्रियों में बड़े ब्रांड का पान मसाला बनाने वाली फैक्ट्रियों की तलाशी ली गई और टीम को करोड़ों रुपए की कर चोरी के सबूत मिले। विभागीय सूत्रों की मानें तो इस पूरी कार्रवाई में विभाग की प्रवर्तन टीमों ने भारी मात्रा में सुपारी, पिपरमिंट, एसेंस, कृत्रिम कत्था, तंबाकू अर्क, पैकिंग सामग्री, कच्चा जर्दा, तैयार तंबाकू आदि जब्त किया है। एसजीएसटी टीम लगातार पांच दिनों से यह कार्रवाई कर रही है और लाखों रुपए के पान मसाला और जर्दा के कच्चे माल के साथ चार ट्रकों में भरा माल भी जब्त किया है। इन ट्रकों में सैकड़ों बोरियों में राज निवास ब्रांड का पान मसाला और जर्दा पाउच भरा हुआ है।
गौरतलब है कि इस छापेमारी के दौरान करीब 600 बोरियों में सिंथेटिक कत्था केमिकल गैम्बियर जैसा पाउडर मिला, जो शरीर में कैंसर पैदा करता है। विभागीय सूत्रों के अनुसार पान मसाला और जर्दा बनाने वाली यह कंपनी पिछले 10 सालों से टैक्स चोरी कर दर्जनों राज्यों में बिना इनवॉयस और ई-बिल के माल बेच रही है। इस टैक्स चोर गिरोह का सरगना कमल नागोरी उर्फ कमल किशोर अग्रवाल पिछले कई सालों से राजस्थान में सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, पान मसाला और जर्दा के कारोबार में लिप्त है। कमल नागोरी अगस्त 2020 में केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई में जेल जा चुका है।
खुफिया जानकारी और तकनीक का इस्तेमाल
राजस्थान की एकमात्र पान मसाला और जर्दा उत्पादन इकाई कोटा में है, जिसमें ब्रांड का पान मसाला बनते पाया गया है। विभाग को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि इस ब्रांड द्वारा उत्पादित पान मसाला और जर्दा तमिलनाडु, असम, सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा और दक्षिण भारत के राज्यों में बिना किसी रोक-टोक के सप्लाई किया जा रहा है। जब प्रवर्तन दलों ने सूचना और विभाग को जमा किए गए रिटर्न की जांच की तो पता चला कि खेल बड़ा होता जा रहा है। औसतन इस ब्रांड के कुल उत्पादन का केवल 8%-10% ही लेखा पुस्तकों में दिखाया जाता था, जबकि 90% उत्पादन चालाकी से बिना बिल के पूरे देश में पहुंचाया जाता था। इस कर चोरी में शामिल गौरव ढाका निवासी बागपत गाजियाबाद और कमल किशोर अग्रवाल निवासी कोटा को गिरफ्तार किया गया है। एसजीएसटी की यह पूरी कार्रवाई वित्त राजस्व सचिव कुमार पाल गौतम के निर्देशन में की गई। कुमार पाल गौतम ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार की नीति जीरो टॉलरेंस की है। भविष्य में भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।
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